राजस्थान बिश्नोई समाचार मुक्तिधाम मुकाम बीकानेर अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के तत्वावधान में इस वर्ष 541वां बिश्नोई धर्म स्थापना दिवस का भव्य आयोजन 13 और 14 अक्टूबर 2025 को पवित्र मुक्तिधाम मुकाम में किया जाएगा।
कार्यक्रम में देशभर से हजारों श्रद्धालु बिश्नोई समाज के लोग भाग लेंगे।
महासभा के महासचिव रूपाराम बिश्नोई ने बताया कि
13 अक्टूबर की शाम को श्री गुरु जम्भेश्वर भगवान मंदिर प्रांगण में जागरण और सत्संग का आयोजन होगा, जिसमें समाज के परम पूजनीय संत-महात्मा प्रवचन देंगे और भजन संध्या से वातावरण भक्तिमय बनेगा।
14 अक्टूबर की सुबह 8 बजे मुक्तिधाम मुकाम से संतों के सानिध्य में शोभायात्रा निकाली जाएगी जो समराथल धोरा पहुँचेगी। वहाँ संत-महात्माओं द्वारा अमृतवाणी, हवन, यज्ञ और अमृत पाहल का आयोजन होगा। श्रद्धालु पाहल ग्रहण कर गुरु जम्भेश्वर भगवान द्वारा प्रतिपादित 29 नियमों के पालन का संकल्प लेंगे।
540 वर्ष पूर्व विक्रम संवत 1542 की कार्तिक बदी अष्टमी के दिन श्री गुरु जम्भेश्वर भगवान ने समराथल धोरा पर इन 29 नियमों की आचार संहिता प्रदान कर बिश्नोई धर्म की स्थापना की थी। उनके ये सिद्धांत आज भी मानवता, जीव-जंतु संरक्षण और पर्यावरण रक्षा के प्रतीक बने हुए हैं।
समाज के वरिष्ठजन बताते हैं कि यह वार्षिक पर्व केवल धार्मिक नहीं बल्कि पर्यावरण जागरूकता और सामाजिक एकता का भी प्रतीक है। इस आयोजन में देशभर के प्रमुख संत, महात्मा, समाजसेवी और युवा बड़ी संख्या में भाग लेंगे।
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