संत स्वामी राजेंद्रानंद जी महाराज हरिद्वार का आकस्मिक निधन कल होगा अन्तिम संस्कार मां गंगा के तट पर

शोभा यात्रा के दौरान बिगड़ी तबीयत, हरिद्वार में होगा अंतिम संस्कार

हरियाणा बिश्नोई समाचार सिरसा हरिद्वार बिश्नोई समाज के पूजनीय संत स्वामी राजेंद्रानंद जी महाराज (हरिद्वार आश्रम) का सोमवार को आकस्मिक निधन हो गया। गुरुजी ने हृदय गति रुकने के कारण इस नश्वर संसार का त्याग कर दिया। उनके निधन की खबर से पूरे समाज में गहरा शोक फैल गया है।

शोभा यात्रा में अचानक बिगड़ी तबीयत

स्वामी राजेंद्रानंद जी बीते कई दिनों से सिरसा जिले के डबवाली कस्बे में कथा प्रवचन कर रहे थे। कथा का शुभारंभ 10 अगस्त को हुआ था और 16 अगस्त को भव्य समापन व विशाल आयोजन रखा गया था।

15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस और जम्भेश्वर जन्माष्टमी उत्सव के अवसर पर शोभा यात्रा का संचालन करते समय गुरुजी की तबीयत अचानक बिगड़ गई। उन्हें तुरंत चिकित्सकीय सहायता दी गई, लेकिन हृदय गति रुक जाने से उनका देहावसान हो गया।

श्रद्धालुओं में शोक की लहर

गुरुजी के निधन की खबर मिलते ही पूरे बिश्नोई समाज और श्रद्धालुओं में शोक की लहर दौड़ गई। समाज के वरिष्ठजनों और भक्तों ने इसे समाज और संत परंपरा के लिए अपूरणीय क्षति बताया है।
कार्यक्रमों में जुटे सैकड़ों श्रद्धालु स्तब्ध रह गए। डबवाली और आसपास के क्षेत्रों में शोक का माहौल बन गया।

अंतिम दर्शन और संस्कार की व्यवस्था

 गुरुजी की पार्थिव देह को हिसार (हरियाणा) से ऋषिकेश (उत्तराखंड) ले जाया जा रहा है।
 16 अगस्त को सुबह हरिद्वार आश्रम में गुरुजी के अंतिम दर्शन के लिए पार्थिव देह रखी जाएगी।
 दोपहर में हरिद्वार में मां गंगा के तट पर उनका अंतिम संस्कार संपन्न होगा।
 इस बीच, हिसार में होने वाले बिश्नोई समाज के सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं।

समाजजनों की श्रद्धांजलि

श्रद्धालुओं ने गुरुजी के उपदेशों को समाज के लिए मार्गदर्शक बताया। उनका कहना है कि गुरुजी ने हमेशा प्रकृति संरक्षण, गौसेवा, सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलने का संदेश दिया।

🕯️ बिश्नोई समाज महान संत को बिश्नोई समाचार नेटवर्क भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता है।

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