बेंगलुरु | बिश्नोई समाचार ब्यूरो राजस्थान की होनहार दिव्यांग एथलीट प्रियंका बिश्नोई ने एक बार फिर प्रदेश और देश का नाम रोशन किया है। कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में आयोजित इंटरनेशनल पैरा चैंपियनशिप 2025 में उन्होंने डिस्कस थ्रो प्रतियोगिता में सिल्वर मेडल जीतकर नया कीर्तिमान स्थापित किया।
सोनलपुरा निवासी प्रियंका बिश्नोई की इस ऐतिहासिक उपलब्धि के पीछे उनके कोच यमुना शंकर आसोपा की मेहनत और प्रियंका की नित्य साधना शामिल है। प्रियंका इससे पहले राज्य स्तरीय, नेशनल लेवल और खेलो इंडिया जैसी प्रतियोगिताओं में भी कई पदक जीत चुकी हैं, लेकिन यह उनकी पहली इंटरनेशनल उपलब्धि है।
"देश के लिए मेडल जीतना सपना था" — प्रियंका बिश्नोई
बिश्नोई समाचार से खास बातचीत में प्रियंका ने बताया "इंटरनेशनल चैंपियनशिप में प्रतिस्पर्धा कठिन थी, लेकिन मेरा सपना था कि देश के लिए कुछ बड़ा करूं। जब मैंने तिरंगा अपने कंधे पर लिया तो सारे संघर्ष सफल लगने लगे।"
प्रियंका ने अपने कोच, माता-पिता और गांव वासियों का आभार व्यक्त किया और कहा कि भविष्य में वे पैरा ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने की तैयारी कर रही हैं। उन्होंने राजस्थान सरकार और खेल मंत्रालय से दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए विशेष सुविधाएं देने की भी अपील की।
कोच ने की सराहना
प्रियंका की कोच यमुना शंकर आसोपा ने कहा, प्रियंका बेहद मेहनती और अनुशासित खिलाड़ी हैं। उन्होंने हर कठिनाई को अपनी ताकत बनाया है। उनका यह मेडल न केवल उनके परिवार बल्कि पूरे देश के लिए गर्व की बात है।"
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