दिल्ली बिश्नोई समाचार ब्रिस्बेन ऑस्ट्रेलिया के क्वींसलैंड राज्य स्थित ब्रिस्बेन नगर में बिश्नोई समाज की एक ऐतिहासिक पहल के तहत “बिश्नोई एन्वायरनमेंटल एजुकेशन एंड वेलफेयर एसोसिएशन (BEEW)” की स्थापना की गई है। यह संस्था पर्यावरण संरक्षण, सामाजिक कल्याण एवं बिश्नोई संस्कृति के प्रचार-प्रसार के उद्देश्य से कार्य करेगी।
इस शुभ अवसर पर भारत, राजस्थान के बीकानेर ज़िले के लालासर साथरी के पूज्य महंत डॉ. स्वामी सच्चिदानंद जी आचार्य के पावन सान्निध्य में, ब्रिस्बेन के प्रसिद्ध स्टोरी ब्रिज के निकट स्थित एक पार्क में एक भव्य समारोह आयोजित किया गया। समारोह में BEEW एसोसिएशन के प्रथम पोस्टर का लोकार्पण किया गया।
इस अवसर पर ब्रिस्बेन सहित ऑस्ट्रेलिया भर से आए बिश्नोई समाज के युवा उद्यमियों, पर्यावरण प्रेमियों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया, जिससे यह आयोजन अत्यंत गरिमामय और स्मरणीय बन गया।
> "संगठने शक्ति:" – संगठन में ही शक्ति है। यह आयोजन बिश्नोई समाज की एकजुटता, संस्कृति और सामाजिक संकल्प का प्रतीक बनकर उभरा।
लंबे समय से यह आवश्यकता महसूस की जा रही थी कि ऑस्ट्रेलिया जैसे विकसित देश, जहाँ हजारों बिश्नोई प्रवासी रहते हैं, वहाँ एक संगठित सामाजिक व धार्मिक मंच की स्थापना हो। BEEW इस दिशा में पहला मजबूत और संगठित कदम है।
> 🔷 विशेष बात यह है कि "BEEW" बिश्नोई समाज की पहली ऐसी संस्था बनी है जो भारत के बाहर, विदेशी धरती पर आधिकारिक रूप से स्थापित की गई है।
जबकि भारत में बिश्नोई समाज की अनेक संस्थाएं सक्रिय हैं, BEEW ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समाज की उपस्थिति को सशक्त करने की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल की है।
इस संस्था को ऑस्ट्रेलियाई सरकार में विधिवत पंजीकरण भी प्राप्त हो चुका है, जो यह दर्शाता है कि अब बिश्नोई समाज की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत वैश्विक स्तर पर अपने कदम जमा रही है।
> "धर्मो रक्षति रक्षित:" – धर्म की रक्षा करने वाला स्वयं भी सुरक्षित रहता है। इसी भाव से प्रेरित होकर BEEW शीघ्र ही ब्रिस्बेन में एक स्थायी सामाजिक व धार्मिक केंद्र की स्थापना हेतु कार्य प्रारंभ करेगी।
यह केंद्र न केवल गुरु जम्भेश्वर भगवान की शिक्षाओं का प्रचार-प्रसार करेगा, बल्कि पर्यावरण संरक्षण, सत्संग, संस्कार, और सेवा के आयोजनों का संचालन भी करेगा।
> "उद्यमेन हि सिध्यन्ति कार्याणि" – प्रयासों से ही कार्य सिद्ध होते हैं। BEEW एसोसिएशन की स्थापना इसी सिद्धांत का जीवंत उदाहरण है, जो एक नए युग की शुरुआत है।
BEEW एसोसिएशन का यह नव प्रयास निश्चित ही बिश्नोई समाज को वैश्विक पहचान दिलाने, उसकी संस्कृति को संजोने और भावी पीढ़ियों को मार्गदर्शन देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
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