राजस्थान बिश्नोई बाड़मेर चौहटन उपखंड मुख्यालय की छात्रा पूजा विश्नोई को माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान की एक गंभीर लापरवाही का शिकार होना पड़ा है। राबाउमावि चौहटन की दसवीं कक्षा की छात्रा पूजा ने मार्च माह में सभी विषयों की बोर्ड परीक्षाएं नियमित रूप से दी थीं, लेकिन जब अप्रैल में परीक्षा परिणाम जारी हुआ तो एक विषय में उसे "अनुपस्थित" दर्शा दिया गया।
पूजा का परीक्षा केंद्र राउमावि चौहटन में ही था, और उसने सभी विषयों की परीक्षाएं समय पर दी थीं। परिणाम में गड़बड़ी सामने आने के बाद पूजा ने केंद्राधीक्षक के माध्यम से बोर्ड को अपनी उपस्थिति के सत्यापित दस्तावेज भेजे। दस्तावेजों में स्पष्ट है कि वह परीक्षा में उपस्थित रही, बावजूद इसके डेढ़ महीने बाद भी बोर्ड की ओर से कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिला है।
इस लापरवाही से पूजा और उसका परिवार बेहद हताश और निराश हैं। छात्रा का कहना है कि उसने पूरे वर्ष मेहनत की, लेकिन एक प्रशासनिक चूक ने उसके सपनों को झकझोर दिया।
अब सवाल उठता है कि—
बोर्ड स्तर पर यह गलती हुई या उत्तरपुस्तिकाएं जांचने वाले वीक्षक की ओर से चूक हुई?
क्या बोर्ड अपनी जवाबदेही से बच सकता है?
और सबसे अहम — पूजा जैसे हज़ारों विद्यार्थियों के भविष्य की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित की जाएगी?
पूजा बिश्नोई और उसके परिजनों ने माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से जल्द इस गलती को सुधारने और न्याय दिलाने की मांग की है।
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