अलाय में जांभाणी संस्कार शिविर शुरु,वरिष्ठ नागरिक भी 20 दिनों तक भाग लेंगे

राजस्थान बिश्नोई समाचार नेटवर्क नागोर अलाय  5 जून। स्थानीय बिश्नोई बास के जम्भेश्वर मंदिर में गुरुवार को सुबह  6 बजे से हवन के साथ जांभाणी संस्कार शिविर का विधिवत शुभारंभ हुआ जो 20 दिन चलेगा।
श्री जंभेश्वर पर्यावरण एवं जीव रक्षा प्रदेश संस्था राजस्थान के सदस्य एवं गांव के वरिष्ठ नागरिक रामपाल गीला में बताया कि शिविर के शुभारंभ के समय उपस्थित वरिष्ठ नागरिकों ने निर्णय लिया है कि शिविर के दौरान बच्चों के साथ वरिष्ठ नागरिक भी अपना पंजीयन करवाएंगे और  20 दिनों तक नियमित शिविर में भाग लेकर आध्यात्मिक शिक्षा ग्रहण करेंगे। ग्रामीणों द्वारा सर्व समिति से निर्णय लिया गया कि गांव के भामाशाहों द्वारा बच्चों व बुजुर्ग शिवरार्थियों को प्रतिदिन ठंडे पानी और ज्यूस की व्यवस्था की जाएगी । शिविर समापन की पूर्व संध्या पर गांव में जांभोजी के मंदिर पर रात्रि जागरण का आयोजन किया जाएगा । समापन समारोह बड़े स्तर पर आयोजित करेंगे जिसमें शिविर का धार्मिक पाठ्यक्रम कंठस्थ करने वाले शिवरार्थियों को नगद ईनाम देकर सम्मानित किया जाएगा ।


 स्मृति चिन्ह प्रमाण पत्र भी दिए जाएंगे । उन्हो बताया कि संस्था के प्रदेश अध्यक्ष रामरतन बिश्नोई के निर्देशन में शिविर शुरू किया गया है जिसमें 29 धर्म नियम जांभोजी के मंत्र और आरतियां कंठस्थ करवाई जाएगी प्रतिदिन बीस बीस सबदों का पाठ भी करवाया जाएगा।  गांव के अध्यापक स्कूल की छुट्टियों का सदुपयोग करते हुए बच्चों को धार्मिक शिक्षा देंगे इस बात को लेकर ग्रामीणों में धर्म के प्रति जोरदार उत्साह है।

जिले के अन्य गांवों में भी जांभाणी संस्कार शिविर चल रहे हैं

       उल्लेखनीय है कि  25 मई को जिले के चकढाणी गांव में प्रथम शिविर उक्त संस्था द्वारा शुरु किया गया था जिसमें कक्षा  6 से  12 तक के 70 विद्यार्थी पंजीकृत हुए हैं। वरिष्ठ स्त्री पुरुष भी नियमित भाग ले रहे हैं। रामरतन बिश्नोई ने बताया कि दो घंटे सुबह और दो घंटे शाम को गांव के जम्भेश्वर मंदिर पर धार्मिक शिक्षा दी जाती है। ये सभी गैर आवासीय संस्कार शिविर है।  इसी क्रम में एक जून से पोलास बिश्नोईयान,ग्राम मालास,जावली ,जारोड़ा और सथेरण के मंदिरों में शिविर शुरु किये गये हैं जो  20 जून तक चलेंगे।  शिविर की पाठ्यक्रम सामग्री के साथ ही जम्भेश्वर सबदवाणी की पुस्तकें सभी गांवों के शिविरार्थियों को संस्था के प्रदेश अध्यक्ष रामरतन बिश्नोई की तरफ से निशुल्क दी गई है।


विशेष ज्ञातव्य है कि संस्था के मूल उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण,जीवरक्षा,नशामुक्ति और संस्कार निर्माण है। स्कूलों की छुट्टियों का सदुपयोग करने के लिए गांव गांव धार्मिक शिक्षा,नशामुक्ति का संदेश और संस्था के उद्देश्यों की पूर्ति के लिए ये शिविर लगाये जा रहे हैं। 
संस्था की श्रीगंगानगर व हनुमानगढ़ जिलों में भी दस गांवों शिविर लगाने तय किये हैं। जालोर जिले के तीन गांवों में शिविर  8 जून से शुरु होंगे।

Post a Comment

और नया पुराने