चिंकारा हिरण शिकार मामले में वन विभाग को मिली बड़ी सफलता,पांच आरोपी गिरफ्तार

राजस्थान बिश्नोई समाचार बाङमेर चौहटन के आगौर सरहद में चिंकारा हिरण शिकार के सनसनीखेज मामले में वन विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पांच आरोपियों को किया गिरफ्तार।वन विभाग की टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर एक रणनीति बनाकर छापेमारी कर आरोपियों को आज धर दबोचा।सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तार किए गए सभी पांचों आरोपियों ने कड़ाई से पूछताछ के दौरान चिंकारा हिरण शिकार की वारदात में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है।यह मामला तब सामने आया जब आगौर बस स्टैंड के पास एक पुलिया के नीचे दो कट्टों में मृत चिंकारा हिरणों के अवशेष मिले थे।इस घटना ने स्थानीय विश्नोई समाज और वन्यजीव प्रेमियों में भारी आक्रोश पैदा कर दिया था,जिसके बाद सैकड़ों लोग शिकारियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए थे।


 ग्रामीणों ने प्रशासन को तीन दिन का अल्टीमेटम भी दिया था, जिसके बाद वन विभाग और पुलिस की टीम ने संयुक्त रूप से जांच तेज कर दी।
वन विभाग एवं पुलिस की टीम, जिसमें रेंजर सुरेंद्र कुमार और पुलिस उपाधीक्षक जीवन लाल खत्री शामिल थे,ने साथ मिलकर कई संदिग्धों से पूछताछ की।इस कार्रवाई में चौहटन थाना प्रभारी राजूराम बामणिया की टीम ने भी अहम भूमिका निभाई। सूत्रों के मुताबिक, आरोपियों ने शिकार की योजना और उसके निष्पादन के बारे में विस्तृत जानकारी दी है।इस घटना ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी है, क्योंकि चिंकारा हिरण वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत संरक्षित प्रजाति है, और इसका शिकार गंभीर अपराध माना जाता है। वन विभाग ने आरोपियों के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है और आगे की कार्रवाई एवं जांच जारी है।



विश्नोई समाज और वन्यजीव प्रेमियों ने वन विभाग एवं पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई की सराहना की है,

साथ ही उन्होंने दोषियों को सख्त से सख्त सजा दिए जाने की मांग की है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की कभी भी पुनरावृत्ति नहीं हो। 

प्रशासन ने क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस जाप्ता तैनात किया है।

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