जोधपुर माचिया सफारी पार्क में वन्य जिवो को लेकर हुआ कार्यक्रम

राजस्थान बिश्नोई समाचार जोधपुर आफरी निदेशक एनके वासु ने कहा कि जीवों के कारण ही जंगल सुरक्षित है। जंगलों में स्वछंद घूमने वाले जीवों के कारण आम लोग जंगल तक आने के लिए कतराते थे, लेकिन अब लोग जंगलों में भी घर बनाने लगे हैं। इससे वन्यजीवों की नस्लों को खतरा हो सकता है। वे शुक्रवार को माचिया सफारी पार्क में वन्यजीव सप्ताह के समापन समारोह में बोल रहे थे। आफरी निदेशक ने छात्रों से पर्यावरण को बचाने के लिए पेड़ लगाने की अपील की। इस कार्यक्रम में विश्नोई समाज मे संगठन पदाधिकारियों ने भाग लिया। जिसमें अखिल भारतीय जीव रक्षा एवं विश्नोई टाइगर फोर्स जोधपुर पदाधिकारी मौजूद रहे। जीव रक्षा के जिलाध्यक्ष राकेश माचरा, पूर्व जिला अध्यक्ष राजस्थान सरकार सरपंच संघ के प्रदेश मंत्री  सहीराम सियाग एकलखोरी, समाज सेवी प्रेमाराम बुड़िया, पूर्व सरपंच दोलाराम, साजनराम बाबल जिला उपाध्यक्ष ओमप्रकाश ढाका, जिला सचिव रामनिवास हानियां टाइगर फ़ोर्स के पदाधिकारी रामपाल भवाद ओम प्रकाश लोल आदी मोजूद रहे। सीसीएफ गोविंद भारद्वाज ने कहा कि वाइल्ड लाइफ डिपार्टमेंट वन्यजीवों के शिकार की घटनाओं को रोकने और उनकी सुरक्षा के लिए हर समय मुस्तैद रहता है, लेकिन इसमें आम लोगों और वन्यजीव प्रेमियों की भी भूमिका अहम है। डीएफओ वाइल्ड लाइफ महेंद्र सिंह राठौड़ ने कहा कि वन विभाग वन्यजीव की ओर से वन्यजीव सप्ताह के दौरान बच्चों के लिए निबंध, चित्रकला सहित विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।
जिसमें शहर व ग्रामीण स्कूल के बच्चों ने भाग लिया गुडा विश्नोइयांन,धवा क्षेत्रों से बच्चो ने भी भाग लिया। अमृता देवी स्कूल  के बच्चे ने भी भाग लिया। उन्होंने इस दौरान वन्यजीवों को बचाने की शपथ दिलाई। कार्यक्रम में रेस्क्यू सेंटर के डॉ. श्रवण सिंह राठौड़ ने भी विचार रखे। कार्यक्रम में विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजेता, उप विजेता रहे बच्चों को पारितोषिक देकर सम्मानित किया गया। ओसिया उपप्रधान राकेश माचरा ने बिश्नोई समाचार नेटवर्क को बताया कि ज्यादा तरह हिरणो कि संख्या कुतो के काटने से कम हुई है। जोधपुर जिले मे आज तक लगभग 3000 हजार हिरणो को कुतो द्वारा काटने के मामले सामने आये है उन मे से वन्य विभाग लगभग 375 हिरण ही बचा पाये है

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