राजस्थान बिश्नोई समाचार जोधपुर वन्यजीवों की रक्षा के लिए हमेशा अग्रणी भूमिका निभाने वाले बिश्नोई समाज में इन दिनों गहरा आक्रोश है। कारण है — जैसलमेर वन्यजीव प्रेमी खेतसिंह राजपूत की हत्या। इस प्रकरण को लेकर समाज ने जोधपुर जिला प्रशासन के माध्यम से राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को ज्ञापन सौंपकर कठोर कार्रवाई की मांग की है।
शिकारी गिरोह सक्रिय – रामपाल भवाद
बिश्नोई टाईगर फोर्स प्रदेश अध्यक्ष रामपाल भवाद ने कहा कि “पश्चिमी राजस्थान में शिकारी गिरोह लगातार सक्रिय हैं। इनके कारण न केवल वन्यजीवों की हत्याएं हो रही हैं बल्कि जो लोग वन्यजीव संरक्षण का कार्य कर रहे हैं, उन्हें भी मौत के घाट उतारा जा रहा है। खेतसिंह राजपूत की हत्या इसका ताजा उदाहरण है, जो बेहद दुःखद और चिंताजनक है।”
उन्होंने कहा कि अगर समय रहते सरकार और प्रशासन ने कठोर कदम नहीं उठाए तो समाज बड़े आंदोलन के लिए मजबूर होगा।
ज्ञापन में रखी गई प्रमुख मांगें
1. पश्चिमी राजस्थान में वन्यजीव शिकार और हरे वृक्षों की कटाई पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाए।
2. खेतसिंह राजपूत हत्या प्रकरण की सीबीआई या एसआईटी से निष्पक्ष जांच करवाई जाए।
3. शिकारी गिरोहों के विरुद्ध विशेष अभियान चलाकर उन्हें समाप्त किया जाए।
4. वन्यजीव प्रेमियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कानून बनाया जाए।
प्रशासन व सरकार की भूमिका
ज्ञापन सौंपने के बाद जिला प्रशासन ने आश्वासन दिया कि मामले को गंभीरता से लिया जाएगा और मुख्यमंत्री को अवगत कराया जाएगा। बिश्नोई समाज के प्रतिनिधियों ने कहा कि वे मामले की निष्पक्ष जांच और दोषियों को कठोर सजा दिलाने तक संघर्ष जारी रखेंगे।
बिश्नोई समाज में गहरा रोष
बिश्नोई समाज का कहना है कि वे सदियों से वन्यजीव और वृक्षों की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देते आए हैं। लेकिन आज शिकारी गिरोहों की वजह से वन्यजीव प्रेमियों पर हमले होना समाज व प्रदेश दोनों के लिए बेहद शर्मनाक है।
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