बिश्नोई धर्मशाला सांचौर में स्वामी राजेंद्रानंद जी को दी गई श्रद्धांजलि


राजस्थान बिश्नोई समाचार सांचौर बिश्नोई धर्मशाला सांचौर में मंगलवार को स्वामी राजेंद्रानंद महाराज जी को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। कार्यक्रम में उनकी तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर समाजजन ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। श्रद्धांजलि सभा में वक्ताओं ने कहा कि स्वामी राजेंद्रानंद जी ने गुरु जंभेश्वर भगवान के आदर्शों और 29 नियमों के प्रचार-प्रसार को जीवन का उद्देश्य बनाया। वे उच्च कोटि के तपस्वी, पर्यावरण प्रेमी और समाज के आंखों के तारे थे। उनके असमय ब्रह्मलीन होने से समाज में शोक की लहर है।‌कार्यक्रम के दौरान “राजेंद्रानंद जी अमर रहे” के नारों से सदन गुंजायमान हो उठा। उपस्थितजनों ने कहा कि उनकी हरिकथा और मधुर वाणी आज भी हृदयों में गूंज रही है। 


करावड़ी (सांचौर) में हाल ही में आयोजित जाम्भाणी हरिकथा में उनके आशीर्वचन समाज पर गहरी छाप छोड़ गए थे। सभा में वक्ताओं ने कहा कि स्वामी जी बिश्नोई समाज के आधार स्तंभ थे। उनके निधन को अपूरणीय क्षति मानते हुए सभी ने सजल नयनों से नमन किया और उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया। इस मौके पर अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा जिला प्रधान सुरजन राम साहू, डॉ.भूपेंद्र विश्नोई, डॉ. फुसाराम, बीरबल पुनिया, तेजाराम मांजू, मंगलाराम खोखर, पूनमचंद विश्नोई, किशनलाल सारण, पाबूराम पुनिया, पी. सी. पुनिया, बाबूलाल धायल, रघुनाथ गोदारा, रामकिशन धायल, श्रीराम लोल, लालाराम सऊ, रामलाल सऊ, रघुनाथ भादू, भेराराम कुराड़ा, जगमालाराम, आसूराम जाणी, भंवरलाल सारण, मंगलाराम कड़वासरा,भीखाराम गोदारा, रामजीवन लोहमरोड, गणपत बेनीवाल, लाडूराम, नैनाराम बेनीवाल सहित बड़ी संख्या में व्यापारी, समाजसेवी, कर्मचारी और अधिकारी उपस्थित रहे।

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