राजस्थान बिश्नोई समाचार सदरी (फलोदी), 6 जुलाई 2025 लौहावट क्षेत्र के पूर्व विधायक और लोकप्रिय जननेता किसनाराम बिश्नोई के जन्मदिवस के अवसर पर आज सदरी स्थित “किसान हट” परिसर में एक भव्य जनसेवा महोत्सव का आयोजन किया गया। हर वर्ष की भांति इस बार भी उनके जन्मदिन को सेवा और सामाजिक सरोकारों को समर्पित करते हुए विभिन्न जनकल्याणकारी गतिविधियाँ संपन्न हुईं।
मुख्य आकर्षण: सेवा के तीन महायज्ञ
🔴 रक्तदान शिविर:
कार्यक्रम में कुल 831 रक्तवीरों ने स्वेच्छा से रक्तदान कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया। रक्त एकत्रित करने के लिए 5 ब्लड बैंक टीमों ने मौके पर सेवाएं दीं, जिनमें जोधपुर, नागौर और बीकानेर से आई विशेषज्ञ टीमें शामिल थीं।
🌱 पौधारोपण:
पर्यावरण बचाने का संदेश देते हुए 57 पौधों का सामूहिक रोपण किया गया। सभी पौधों की देखरेख और सिंचाई की जिम्मेदारी स्थानीय युवाओं को सौंपी गई, ताकि वे भविष्य में हरियाली को सहेज सकें।
🦵 बुजुर्गों के लिए फिजियोथैरेपी सेवा:
कार्यक्रम में आए 160 वरिष्ठ नागरिकों के घुटनों की जाँच की गई। विशेषज्ञ फिजियोथैरेपिस्ट की टीम ने प्रत्येक बुजुर्ग को विस्तृत परामर्श, व्यायाम और आवश्यक उपचार सुझाव दिए।
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हजारों लोगों की उमड़ी भीड़, जननेता को मिला जनसमर्थन
फलोदी जिले सहित पूरे विधानसभा क्षेत्र से हज़ारों की संख्या में लोग इस आयोजन में शामिल हुए। सभी वर्गों, समाजों और 36 कौम के प्रतिनिधियों ने पूर्व विधायक किसनाराम बिश्नोई को जन्मदिवस की शुभकामनाएँ दीं और उनके दीर्घायु जीवन की कामना की।
जनसभा को संबोधित करते हुए किसनाराम बिश्नोई ने भावुक स्वर में कहा:
"मैं 36 कौम के देवतुल्य महानुभावों के स्नेह और आशीर्वाद से अभिभूत हूं। आप सभी का प्रेम, समर्थन और आशीर्वाद मेरे लिए संबल है। मैं रक्तदान करने वाले सभी युवाओं, डॉक्टर टीमों और सेवा में लगे हर कार्यकर्ता का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं।"
पूर्वी सरकार में मंत्री नहीं थे पर मंत्री से कम भी नहीं
राजनीति में सादगी और जनसेवा के प्रतीक किसनाराम बिश्नोई ने कभी सत्ता का लोभ नहीं किया, लेकिन जनता के बीच उनकी पकड़ इतनी मजबूत है कि वे अक्सर मंत्री से ज्यादा प्रभावशाली नेता माने जाते हैं।
वे पूर्व मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत के विश्वासपात्र नेताओं में गिने जाते हैं। किसानों, युवाओं और बुजुर्गों के बीच उनका विशेष स्थान है। मंत्री नहीं, विधायक नही पर जनता के दिलों के राजा है किसनाराम बिश्नोई यह आज तह हो गया जन्म दिवस पर इतना जनसैलाब को देख कर।
उनका जीवन और कार्यशैली युवाओं के लिए एक प्रेरणा है — सादा जीवन, ऊँचे विचार और समाजसेवा को प्राथमिकता।
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