भीनमाल
महोतसव
का समापन रविवार को स्वामी भागीरथ शास्त्री व स्वामी भागीरथदास आचार्य के
सानिध्य समापन हुआ। प्राण प्रतिष्ठा महोतसव बड़ी संख्या में विश्रोई समाज
के लोगो ने भाग लिया रविवार सुबह को विशाल यज्ञ का आयोजन हुआ जिसमें
विश्रोई समाज के सैकड़ो लोगो ने यज्ञ मे आहुति व १२० शबदो से बने गुरू
महाराज के पाहल को ग्रहण करनें के बादमंन्दिर
की शंखर पर कलश स्थापित किया और मंन्दिर कि शिखर पर धव्जा चढाई गई और
जम्भेश्वर भगवान के जयकारे लगाये। इस मौक पर स्वामी भागीरथदास आचार्य ने
विश्रोई समाज के युवाओं मेंं बढती नशे की आदत से समाज में हो रहे नुकसान के
बारे में बताया और कहा की नशा करने वाला इंसान राक्षश के संमान होता
है,आचार्य ने हरें वक्षो की रक्षा करना। गाय की सेवा में हमेशा त्तपर रहनें
की बात कई। स्वामी भागीरथदास शास्त्री ने कहा संन्त की कही गई बात में
किसी प्रकार का संन्त को लाभ नही है,लाभ है तो समाज के लोगो होने की बात कई
व स्वामी ने विश्रोई समाज के युवाओं को अमल व शराब नही लेने का व महिलाओं
को चाय नही पिने का
शंकलप दिलाया।
प्राण प्रतिष्ठा में मुख्य अतिथि के रूप में गुडामालाणी विधायक लाधुराराम
विश्रोई व कार्यक्रम की अध्यक्षता द्भठ्ठह्व जोधपुर के प्रोफेसर जेताराम
विश्रोई ने की।

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