नई दिल्ली बिश्नोई समाचार – भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के प्रदेश प्रभारी भव्य बिश्नोई ने हाल ही में भारत सरकार के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री भूपेन्द्र यादव से मुलाकात की और पर्यावरण संरक्षण से जुड़े कई अहम मुद्दों को उनके समक्ष रखा।
भव्य बिश्नोई ने मंत्री को सौंपे गए ज्ञापन में हरियाणा व राजस्थान की सीमा से लगते हिसार, फतेहाबाद, सिरसा व भिवानी जिलों की पर्यावरणीय चुनौतियों को रेखांकित किया। उन्होंने बताया कि ये क्षेत्र शुष्क जलवायु वाले हैं और जल संकट से ग्रस्त हैं। इस कारण न केवल खेती प्रभावित होती है बल्कि आम जनजीवन भी कठिनाइयों से जूझता है।
उन्होंने मांग की कि इन क्षेत्रों में ऑर्गेनिक फार्मिंग को बढ़ावा दिया जाए ताकि किसानों की आमदनी बढ़े और पर्यावरणीय संतुलन भी बना रहे। इसके साथ ही एग्रोफोरेस्ट्री (कृषि वानिकी) को बढ़ावा देने के लिए जागरूकता अभियान चलाने की आवश्यकता जताई।
भव्य बिश्नोई ने कहा कि हरियाणा का वन आवरण मात्र 3.6% है, जो कि राष्ट्रीय औसत 21.7% की तुलना में बहुत कम है। उन्होंने आग्रह किया कि नेशनल एग्रोफोरेस्ट्री पॉलिसी–2014 को हरियाणा में प्रभावी ढंग से लागू किया जाए, ताकि वृक्षारोपण, रोजगार और किसानों की आय में वृद्धि हो।
उन्होंने औद्योगिक विकास और सोलर प्रोजेक्ट्स के नाम पर हरे-भरे पेड़ों की अंधाधुंध कटाई पर चिंता व्यक्त करते हुए सख्त नियमों की मांग की। साथ ही उन्होंने सुझाव दिया कि जैव विविधता से भरपूर क्षेत्रों को सामुदायिक संरक्षित क्षेत्र घोषित किया जाए, जिससे प्रकृति और मानव के बीच संतुलन बना रहे।
इस अवसर पर उन्होंने पर्यावरण संरक्षण के लिए मां अमृता देवी बिश्नोई व 363 बिश्नोई शहीदों के बलिदान को भी स्मरण किया और उन्हें पर्यावरण प्रेमियों के लिए प्रेरणा स्रोत बताया।
भूपेन्द्र यादव ने भव्य बिश्नोई के सुझावों की सराहना की और उन्हें आश्वासन दिया कि पर्यावरण संरक्षण के लिए सरकार निरंतर प्रयासरत है और जन भागीदारी को और सशक्त बनाया जाएगा।
एक टिप्पणी भेजें