राजस्थान बिश्नोई समाचार पोकरण। राजस्थान के पोकरण से हाल ही में ट्रांसफर हुए SDM प्रभजोत सिंह गिल ने अपनी फेसबुक पोस्ट के जरिए सनसनीखेज खुलासे किए हैं। उन्होंने भ्रष्टाचार, भूमाफिया और राजनीतिक दबाव के गंभीर आरोप लगाते हुए व्यवस्था पर करारा कटाक्ष किया है। गिल की इस पोस्ट ने न केवल प्रशासनिक हलकों में हलचल मचा दी है, बल्कि आम जनता के बीच भी सवालों का तूफान खड़ा कर दिया है।
गिल ने अपनी पोस्ट में लिखा, "दुश्मनी जम के करो, लेकिन इतनी गुंजाइश रहे, कि जब कभी आमने-सामने हो, तो शर्मिंदा न होना पड़े।" उन्होंने साफ तौर पर कहा कि इस बारदात में शामिल किरदारों को शर्मिंदा होना पड़ेगा, क्योंकि उनके असल मूड पर जवाब देने की हिम्मत नहीं है। गिल ने एक भ्रष्ट अधिकारी द्वारा लालच और रिश्तेदार प्राइम सरकारी जमीन पर फर्जी पट्टे जारी करने का भी आरोप लगाया।
उन्होंने सवाल उठाया कि जब कंपनी लाइजनर के जरिए अधिकारियों को रिश्वत दे सकती है, तो गरीब किसानों को जायज मुआवजा क्यों नहीं मिलता? गिल ने तंज कसते हुए कहा, "सोलर कंपनी चाहती है कि किसानों के खेत में बल प्रयोग करके तार लगा दिए जाएं, मैंने भ्रष्ट अधिकारियों के दबाव के बावजूद किसानों को बल प्रयोग से नहीं किया।" उन्होंने यह भी खुलासा किया कि फरवरी में एक भ्रष्ट अधिकारी द्वारा होटल मालिक के साथ मिलकर नदी की जमीन पर कब्जा किया गया, जिसे उन्होंने हटाया, लेकिन क्या यह कार्रवाई सही थी?
गिल ने पोस्ट में व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा, "आप किसी के पास इन बातों का जवाब देने की हिम्मत नहीं है, आप सभी को शर्मिंदा होना पड़ेगा।" उनकी इस पोस्ट को लेकर सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। जहां कुछ लोग उनके साहस की तारीफ कर रहे हैं, वहीं कुछ इसे प्रशासनिक अनुशासन का उल्लंघन बता रहे हैं।
यह मामला अब गरमाता जा रहा है, और देखना होगा कि गिल के इन आरोपों का जवाब प्रशासन और सरकार कैसे देती है। क्या यह पोस्ट भ्रष्टाचार के खिलाफ एक नई जंग की शुरुआत है, या फिर यह सिर्फ एक ट्रांसफर की नाराजगी का नतीजा है? वक्त ही बताएगा।
(साभार: सोशल मीडिया पोस्ट, प्रभजोत सिंह गिल)
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