महाराष्ट्र बिश्नोई समाचार मुम्बई अखिल भारतीय जीव रक्षा बिश्नोई सभा महाराष्ट्र प्रदेश द्वारा खेतवाड़ी स्तिथ बापू सूर्यवंशी उद्यान में, विश्व पर्यावरण दिवस पर आयोजित वृक्षारोपण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए नगरसेविका मीनल पटेल ने कहा कि विगत पाँच शताब्दियों में वन्यजीवों और पेड़ों की रक्षा निमित्त बिश्नोई समाज के असाधारण योगदान के कारण पर्यावरण संरक्षण और बिश्नोई समाज एक दूसरे का पर्याय बन गये हैं। वृक्षों की रक्षा निम्मित जोधपुर के खेजड़ली ग्राम में अमृतादेवी बिश्नोई के नेतृत्व में प्राणोत्सर्ग करने वाले 363 अमर शहीदों के बलिदान को याद करते हुए उन्होंने कहा कि बिश्नोई समाज की वर्तमान पीढ़ी को समाज की इस गौरवशाली परंपरा को हर कीमत पर निभाना है। उन्होंने अमर शहीद अमृतादेवी बिश्नोई के नाम से मुंबई में उद्यान का नामकरण करने हेतु प्रयास करने का संकल्प व्यक्त किया।
बिश्नोई समाज मुंबई के अध्यक्ष जालाराम लोमरोड़ ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि वर्तमानकाल में पर्यावरण संरक्षण और संवर्धन की चहुँओर चर्चा हो रही है लेकिन बिश्नोई पंथ के संस्थापक गुरु जाम्भोजी ने आज से लगभग 500 वर्ष पूर्व, पृथ्वी पर आ सकने वाले पर्यावरण संकट को पहचानकर मानवता को जीवों और वृक्षों की रक्षा करने का उपदेश दिया था। उन्होंने बिश्नोई समाज से खासकर बिश्नोई युवाओं से मुंबई को हराभरा बनाने में बढ़चढ़कर योगदान करने का आह्वान किया।
ज्ञात रहे कि मुंबई के खेतवाड़ी इलाके में स्तिथ बापू सूर्यवंशी उद्यान में, खेजड़ी (शमी) का पहली बार वृक्षारोपण हुआ है। वृक्षारोपण कार्यक्रम में बड़ी संख्या में बिश्नोई समाज के बड़ेबुज़ुर्गों एवं युवाओं ने हर्षोल्लास के साथ भाग लिया।
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