राजस्थान बिश्नोई समाचार बाङमेर धोरीमन्ना
मन में कुछ नया कर गुजरने की तमन्ना हो तो कोई भी काम मुश्किल नहीं है। कई बार एक छोटा सा दिखाई देने वाला काम भी समाज को बड़ी प्रेरणा दे सकता है।पाबूबेरा गांव में स्थित राजकीय माध्यमिक विद्यालय में स्टेशनरी बैंक की स्थापना ऐसा ही छोटा सा काम है।
लेकिन इसके पीछे उद्देश्य बड़ा है स्टेशनरी बैंक के शुभारंभ पर मुख्य अतिथि प्रधानाचार्य व पीईईओ भीमथल रूपसिंह जाखड़ ने कहा कि विद्यालय परिवार के भामाशाह व जुझारू शिक्षक जगदीश प्रसाद विश्नोई के द्वारा विद्यालय मे स्टेशनरी बैंक की स्थापना की पहल बहुत ही सराहनीय कदम है ऐसी बैंक जिले में नगण्य है धोरीमन्ना उपखंड क्षेत्र मे स्थापित होने वाली पहली स्टेशनरी बैंक है।
उद्घाटन के शुभ अवसर पहले भामाशाह के रूप मे शिक्षक विश्नोई ने पांच हजार एक सौ रूपये की शिक्षण सामग्री भेंट कर बहुत ही अनुकरणीय कार्य किया है।प्रधानाध्यापक अचलाराम सेवदा ने बताया कि शिक्षक विश्नोई ने अनूठा प्रयोग करते हुए स्टेशनरी बैंक की शुरुआत की है इसके शुरू होने से स्कूल में पढ़ने वाले किसी भी जरूरतमंद बच्चे को स्टेशनरी खरीदने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी स्टेशनरी बैंक खोलने का प्रयास भले ही छोटा हो परंतु इसके पीछे की भावना व उद्देश्य बड़ा है इस दौरान शिक्षक जगदीश प्रसाद विश्नोई ने कहा कि इस स्टेशनरी बैंक का उद्देश्य है।
असहाय,अनाथ, गरीब व दिव्यांग जैसे विद्यार्थियों को किताबें, कॉपियां, पेन, पेंसिल,बैग, सॉफनर,यूनिफार्म जैसी मूलभूत वस्तुएं नि:शुल्क उपलब्ध करवाकर शिक्षा से जोङे रखना है इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि रावताराम गोदारा ने कहा कि हमारे क्षेत्र में इस तरह की बैंक की स्थापना करके शिक्षक साथी ने बहुत ही अनुकरणीय कार्य किया है। अब स्टेशनरी के अभाव में किसी भी विद्यार्थी की पढ़ाई बाधित नहीं होगी इस दौरान देवाराम ढाका, खेमाराम गोदारा, कालूराम, व.अ. दिनेश शर्मा व.अ.ओमप्रकाश विश्नोई ,लिपिक देवकुमार मीणा सहित कई ग्रामीण मौजूद रहे सभी ने शिक्षक विश्नोई के इस अनूठी पहल को सराहा।
एक टिप्पणी भेजें